टीबी इंसानों में तेजी से फैलने वाला बैक्टीरियल इंफेक्शन है और इसके कई प्रकार एवं लक्षण हैं. इसमें आंत की टीबी यानी इंटेस्टाइनल टीबी भी शामिल है. वैसे तो हर आयु वर्ग के व्यक्तियों को आंतों की टीवी प्रभावित करती है, लेकिन सबसे अधिक संक्रमण की आंशका युवा और मध्यम उम्र के लोगों में रहती है. इसके साथ ही एचआईवी पॉजिटिव और डाइबिटीज मरीजों में भी आंतों की टीबी का संक्रमण तेजी से होता है.

आंतों की टीबी का सबसे प्रमुख लक्षण दस्त है. हर तीन में से एक व्यक्ति को आंतों में टीबी से पीड़ित दस्त की समस्या होती है. इसके प्रमुख लक्षणों में से एक उल्टी या उल्टी महसूस होना भी है. आंतों की टीवी के कुछ मरीजों को खाना खाते ही उल्टी महसूस होने लगती है तो कुछ रोगियों को पानी पीने में भी उल्टी आती है. साथ ही खाते ही उल्टी आना और पेट के निचले हिस्से में दर्द होना इसके लक्षण हो सकते हैं.
आपको बता दें कि संक्रमित थूक के संपर्क में आने, टीबी वाले बैक्टिरिया से दूषित खाने की चीजों और फेंफड़ों की टीबी के संक्रमण से आतों तक पहुंचने की वजह भी ये बीमारी होती है. पाचन तंत्र के छोटी और बड़ी आंत को सबसे ज्यादा प्रभावित करती है. माइकोबैक्टीरियम ट्यूबर्क्युलोसिस और माइकोबैक्टीरियम बोविस की वजह से आंतों की टीबी होती है.
डॉक्टरों के अनुसार, अगर किसी व्यक्ति के आंतों में टीबी के संक्रमण हैं तो उन्हें खाना पचाने में परेशानी है और पाचन खराब हो जाता है. इसकी वजह से इंसान के शरीर को भोजन से जरूरी न्यूट्रिएंट्स नहीं मिल पाते हैं और बॉडी कमजोर होने लगता है. इससे व्यक्ति का वजन भी कम होने लगता है.
डॉक्टरों के अनुसार, लगातार हल्का बुखार होने भी टीबी के लक्षण हैं. इससे कई बार रात में बहुत तेज गर्मी महसूस होती और फिर पसीना आने लगता है. अगर हल्का बुखार और रात में पसीना आए तो इसे नरअंदाज न करें और डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें.
डॉक्टरों के अनुसार, खाना पचाने में आंतें मदद करती हैं. टीबी होने पर लोगों के खाने-पीने की आदतों में बदलाव आ सकता है और भूख कम हो सकती है.