बच्चे के दांत सात या आठ महीने के बाद निकलने लगते हैं। कभी कभी कुछ बच्चों के दांत काफी देरी से भी निकलते हैं। जब बच्चों के दांत निकलते हैं, तब उन्हें काफी परेशानी होती है। कभी कबार बच्चों के दांत निकलते समय उन्हें काफी परेशानी होती जिसके कारण घरवाले भी काफी परेशान रहते हैं। इस दौरान बच्चों को संक्रमण होने का खतरा भी बना रहता है, जिसके कारण बच्चा कमजोर भी हो जाता है।
दांत निकलते समय बच्चों को होने वाली बीमारी
- बच्चों के मसूड़ों में खुजली, दर्द और सूजन।
- बुखार होना और आंखों में दर्द।
- बार बार दस्त लगना और पेट में कब्ज रहना।
- बच्चे का चिड़चिड़ा होना।
- बच्चे का बेवजह रोना।
घर पर इस तरह करें बच्चे के दांत आने पर उपचार
- शहद में तुलसी के पत्तों का रस मिलाकर इसे लगातार अपने बच्चे को पिलाते रहें। इससे उनके दांत निकलने में किसी भी तरह की परेशानी नहीं होगी।
- आंवले के रस को बच्चे के मसूड़ों में समय समय पर लगाते रहें।
- रोजाना बच्चे के छाछ पिलाते रहे, इससे दांतों के आने पर उन्हें किसी तरह की समस्या नहीं होगी।
- बच्चे के मसूड़ों पर आप गाजर का रस भी लगा सकते हैं। इससे उनके दांतों में किसी तरह की समस्या नहीं आाएगी।
- शहद और अंगूर के रस को बराबर मात्रा में मिलाने से आप इसका सेवन अपने बच्चे को करवाएं, इससे उन्हें आराम मिलेगा।
- अंगूर का रस अपने बच्चे के मसूड़ों में लगा लें।