करेले का नाम तो हम सब लोग जानते ही है चाहे वह करेले की सब्जी खता हो या नहीं खता हो, करेला सब्जी होने के साथ-साथ एक सफल औषधि भी है | करेले का स्वाद कडवा होने कि वजह से कुछ लोग करेला खाना पसंद नहीं करते लेकिन ये स्वास्थ्य के लिए बहुत ही उपयोगी है करेला कई प्रकार के रोगों के उपचार के लिए प्रयोग में लाया जाता है |करेले के सब्जी के साथ ही इसका जूस पी कर सारी बीमारियों की संभावनाओ को ख़तम किया जा सकता है करेला हर मौसम में आसानी से मिल जाता है | प्रोटीन, कैल्शियम, कार्बोहाइड्रेट, फास्फोरस और विटामिन आदि पाये जाते हैं | आइये जानते है कि किन-किन रोगों के उपचार में इसका उपयोग हो सकता है :-
शुगर के लिए
शुगर के मरीजों के लिए ये एक अमृत के सामान है, शुगर के मरीजों के लिए 15 ग्राम करेले कद रस, 100 ग्राम पानी में मिलाकर हर रोज दिन में तीन बार काला नमक मिलाकर सेवन करने से इस रोग से मुक्ति मिलती है | करेले का रस के सेवन से ही शरीर में इन्सुलिन की मात्रा बढ़ जाती है| इसमें पाया जाने वाला केरंटिन शर्करा के स्तर को नियंत्रित रखता है|
खून साफ़ करने के लिए
खून में खराबी के कारण कई प्रकार के चमड़ी के रोग होती हैं तथा फोड़े फुंसियां निकलने लगती है | 50 ग्राम करेले का रस 10 ग्राम मिश्री के साथ घोल बनाकर सुबह उठकर एक मास तक सेवन करने से खून शुद्ध हो जाता है और हीमोग्लोबिन भी बढ़ता है।
खुनी बवासीर के लिए
इस रोग में एक चम्मच करेले का रस शक्कर में घोल कर 15 दिन तक पीने से काफी आराम मिलता है और धीरे-धीरे ठीक हो जाता है |
पीलिया रोग के लिए
पीलिया रोग में एक करेला में पीसकर सुबह-शाम दोनों समय रोगी को पिलाने से पीलिया ठीक हो जाता है |
गठिया रोग के लिए
करेले का रस निकाल कर जिन जोड़ों में दर्द होता है वहां मालिश करें | करेले के पत्तों का रस निकाल भी ऐसी मालिश कर सकते हैं | गठिया रोग में होने वाले दर्द का मुख्य कारण रक्त में अशुद्धियों का होना होता है और करेला रक्त को शुद्ध करता है |
तिल्ली रोग के लिए
तिल्ली रोग में करेले का रस 50 ग्राम, पानी और मिश्री में मिलाकर दिन में दो बार मिला कर लेनें से तिल्ली रोग से शीघ्र मुक्ति मिलती है |
जिगर के लिए
मनुष्य के जिगर के ख़राब होने से अनेक रोग जन्म लेते हैं | जिस मानव का जिगर ख़राब हो वह कभी स्वस्थ नहीं रह सकता | छोटे बच्चों को जिनकी आयु 3 वर्ष से 8 वर्ष तक है उन्हें आधा चम्मच करेले का रस मिश्री में घोल कर सुबह-शाम दो समय पिलाने से बच्चे हर प्रकार के पेट के रोग से मुक्त हीओ जाते हैं | बड़ों के लिए दो चम्मच कि मात्र उपयोगी है |
पाचन शक्ति बढ़ाने के लिए
करेला हमारी पाचन शक्ति और भूख बढाता है। करेले ठंडा होता है, इसलिए यह गर्मी से पैदा हुई बीमारियों के उपचार के लिए फायदेमंद है।
करेले के स्वास्थ्य लाभ
- करेला रक्तचाप नियंत्रण में भी सहायक है|
- रोजाना करेले रस के सेवन से कार्य करने की क्षमता और ऊर्जा दोनों को बढाया जा सकता है|
- अत्यधिक शराब के नशे को उतरने के लिए करेले के रस का उपयोग किया जा सकता है साथ ही यह लीवर को भी साफ़ कर देता है|
- त्वचा पर फफूंद के संक्रमण की रोकथाम के लिए करेला बहुत उपयोगी होता है|
- करेले में मौजूद बीटा-केरोटीन आँखों कि दृष्टी बढाने में सहायक होता है|
- हैजे कि रोकथाम के लिए दो चम्मच करेले के रस को बराबर मात्रा में सफ़ेद प्याज के रस के साथ प्रतिदिन स्वस्थ हो जाने तक लिया जाना चाहिए|
- करेला कैंसर कारक कोशिकाओ को बढ़ने से रोकता है साथ ही यह अधिश्वेत रक्तता और रक्ताल्पता(एनिमिया) के लिए भी लाभदायक है|