• English
  • हिंदी

Health Samachar

  • स्वास्थ्य A-Z
  • स्वास्थ्य समाचार
  • हेयर और सौन्दर्य
  • गर्भावस्था और परवरिश
  • योग
  • आयुर्वेद
  • संपर्क सूत्र

गर्भावस्था में मानसून के दौरान कुछ यूं करें बीमारियों को दूर

जुलाई 29, 2016 by Deepa

बरसात का मौसम बारिश की बौछार के साथ- साथ कई मुसीबतों की बहार भी लेकर आता है। इस मौसम में तमाम तरह के संक्रमण आपको घेर लेते हैं। जो इस दौरान ना सिर्फ गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए खतरनाक होता है बल्कि महिलाओं के लिए भी कई मुसीबत लेकर आता है।

Health Tips in Pregnancy During Monsoon

 वैसे तो मानसून की फुहारें गर्मी से बेहाल वातारवण में राहत लाती है, लेकिन यह मौसम गर्भवती के लिए खतरनाक हो सकता है, क्‍योंकि मानसून अपने साथ कई प्रकार की बीमारियां अपने साथ लेकर आता है। इस मौसम में डेंगू, मलेरिया, जुकाम, फ्लू, बुखार, त्वचा संक्रमण,फंगस संक्रमण, फूड प्वाइजनिंग और पानी से होने वाले संक्रमण का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। इससे मां और गर्भ में पल रहे बच्‍चे के लिए खतरा बढ़ा जाता है। इसलिए गर्भवती को इस मौसम में विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। अगर इन छोटी-छोटी बातों का वे ध्यान रखेंगी तो बिना किसी मुश्किल के मानसून का पूरा आनंद उठा पायेंगी और स्वस्थ भी रह पायेंगी।

मानसून में गर्भवती महिला की सुरक्षा के लिए ध्यान रखने योग्य बातें

भोजन संबन्धी

खाना बनाने से पहले सब्जियों को साफ पानी से धो लें, भाप में पकी हुई सब्जि़याँ खाना ही अच्छा विकल्प होता है। गर्भावस्था में विटामिन सी का सेवन अधिक करना चाहिए। कड़वे सब्ज़ियों और हर्ब जैसे- करेला, मेथी, तुलसी, हल्दी को अपने डायट शामिल करें, इससे संक्रमण का खतरा कु्छ हद तक कम हो जाता है।

 पानी संबन्धी

मानसून में आमतौर पर पानी का सेवन कम हो जाता है। पानी से बचने से आप डिहाइड्रेट हो सकते हैं। इसलिए गर्भवती को खुद को डिहाइड्रेशन से बचाना के लिए भरपूर मात्रा में पानी पीना बहुत जरूरी होता है। कम-से-कम 2 से 2.5 लीटर पानी ज़रूर पियें। ध्यान रखें कि उबला हुआ या फिल्टर पानी ही पियें। 

स्वच्छता संबन्धी

लेप्टोस्पाइरोसिस, एक जीवाणु के द्वारा पनपता है जो इंसान या जानवर किसी के भी द्वारा गर्भवती महिला के गर्भ तक पहुंच सकता है। सामान्य दिनों की अपेक्षा इस रोग के होने की संभावना बारिश के मौसम में सबसे ज्यादा होती है। लेप्टोस्पाइरोसिस संक्रमण गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए जानलेवा भी हो सकता है। संक्रमित भोजन, पानी या त्वचा के संपर्क से भी यह बीमारी फैलती है। इसलिए गर्भवती को स्‍वच्‍छ भोजन और पानी पीना चाहिए। 

जंकफूड संबन्धी

जंकफूड हमेशा ही शरीर के लिए नुकसानदेह होते हैं लेकिन गर्भाधारण के बाद हानिकारक जंकफूड और पैकेजिंग वाले खाने से विशेषकर दूर रहना चाहिए। मानसून में गर्भवती महिलाओं की पाचन क्रिया धीमी हो जाती है, जिससे भारी भोजन को पचाने में कई कठिनाईयां होती है। जो शरीर के लिए नुकसानदेह है इसलिए मानसून में इस तरह के भोजन से दूर रहना चाहिए।

Filed Under: गर्भावस्था और परवरिश

RSS हेल्थ समाचार

  • यहां पढें कैटरीना की फिटनेस का राज, जानें कैट लंच में क्या-क्या खाती हैं ये है स्पेशल डाइट
  • किडनी स्टोन के लक्षण और जाने कैसे होता है किडनी ट्रांसप्लांट?
  • मसूड़ों में सूजन होने पर करें इन उपचारों का इस्तेमाल
  • सेहत और स्वास्थ्य के लिए बड़े ही फायदेमंद है यह जंगली फल
  • सत्तू का सेवन करने से शरीर को होंगे यह बेमिसाल फायदे
  • नई मां बनी हैं तो ना करें यह गलतियां
  • अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर जाने योग क्यों है जरूरी
  • वजन कम करने के लिए डाइट चार्ट के इन 12 नुस्खों को अपनाएं
  • गर्मियों में बर्फ का पानी पीने से होंगे यह नुकसान
  • एंडूरा मास का सेवन करने से होंगे यह नुकसान

Copyright © 2021 · Magazine Pro Theme on Genesis Framework · WordPress · Log in