कैंसर के ईलाज के लिए लगाया गया पहला टीका
35 वर्षीय ब्रिटिश महिला केली पॉटर को पहली बार कैंसर का टीका लगाया गया है। कैंसर के टीके का ईजाद हाल ही में किया गया है। वैज्ञानिकों का दावा है कि इस टीके को लगते ही कैंसर मरीज की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है और शरीर के अंदर कैंसर का खात्मा हो जाता है। केली को एडवांस्ड सर्वाइकल कैंसर की पुष्टि हुई थी।
यह टेस्ट 30 लोगों में किया जायेगा। जिसका ट्रायल 2 साल तक चलेगा। साथ ही मरीजों में कीमोथैरेपी के जरिये भी ईलाज किया जायेगा। वैज्ञानिकों का दावा है कि इस वैक्सीन में एक खास तरह का प्रोटीन एंजाइम होता है जो कैंसर के सेल्स को तोड़कर धीरे-धीरे उसे खत्म कर देता है।
भारत में सबसे ज्यादा हृदय रोग से होती है मौतें
भारत सरकार ने मंगलवार को बताया कि देश में हृदय और फेफडों की बीमारियों से सबसे अधिक लोगों की मौतें होती हैं। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जे पी नड्डा ने एक प्रश्न के उत्तर में राज्यसभा को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार भारत में मृत्यु के शीर्ष10 कारण हृदय रोग (12.4 प्रतिशत), पुराने अवरोधातमक यकृत रोग (10.8 प्रतिशत), आघात (नौ प्रतिशत), आंत्रशोध संबंधी रोग (छह प्रतिशत),निम्नतर श्वसन मार्ग संक्रमण (4.9 प्रतिशत) समय पूर्व प्रसव जटिलताएं (3.9 प्रतिशत), क्षय रोग (2.7 प्रतिशत), स्वयं को हानि पहुंचाना (2.6प्रतिशत), गिरना (2.6 प्रतिशत) और सड़क दुर्घटना (2.4 प्रतिशत) हैं।
चीनी की इस्तेमाल से होगी कैंसर की जांच
लंदन। एक नई तकनीक की मदद से चीनी के इस्तेमाल से कैंसर का पता लगाया जा सकता है एक शोध से पता चला है कि घातक ट्यूमर आसपास की स्वस्थ कोशिकाओं के मुकाबले चीनी का ज्यादा उपयोग करता है। अगर चीनी की जगह विपरीत गुणों वाले तत्व घातु का इस्तेमाल किया जाए तो पॉजिटिव प्रभाव पड़ेगा। ट्यूमर में चीनी की मात्रा जितनी अधिक पाई जाएगी, ट्यूमर उतना घातक होगा।
बजटनामा- बजट में हुई घोषणाएं
जन औषधि से मिलेंगी जेनेरिक दवाएं
कम कीमत पर जेनेरिक दवाएं उपलब्ध कराने के लिए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज बजट सत्र में कहा कि सरकार देश भर में 2016-17 में देश में तीन हजार जन औषधि स्टोर खोले जाएंगे। बजट 2016-17 पेश करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि कम कीमत पर अच्छी गुणवत्ता वाली दवाओं का उत्पादन चुनौती रहा है। हम जेनेरिक दवाओं की आपूर्ति में लाएंगे। जन औषधि योजना 2008 में शुरु हुई थी। इस योजना का लक्ष्य है विशेष तौर पर गरीब और वंचित वर्ग के लिए जन औषधिस्टोर( मेडिकल) के जरिए अच्छी गुणवत्ता वाली दवाएं कम कीमत पर उपलब्ध कराना है।
डायलिसिस केन्द्र खोले जाएंगे
वित्त मंत्री ने राष्ट्रीय डायलिसिस सर्विस प्रोग्राम की घोषणा की। इस नेशनल हेल्थ मिशन के अंतर्गत ही चलाया जाएगा। डायलिसिस मशीनों को सस्ता करने की घोषणा की गई है। सभी जिलों में डायलिसिस केंद्र खोले जाएंगे। लोगों को सस्ती दवाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रधानमंत्री जन औषधी योजना के तहत 3500 मेडिकल स्टोर खोले जाएंगे। वर्ष 2015-16 में इस मेडिकल क्षेत्र के लिए 33150 करोड़ का बजट निर्धारित किया गया था।