मेरूदंडासन का योग में बड़ा महत्व माना जाता है। इस आसन को नियमित करने से हमारे शरीर को कई फायदे मिलते हैं। जिन लोगों को अक्सर थकान लगने की शिकायत होती है, उनके लिए यह योग काफी फायदेमंद रहता है। आप मेरूदंडासन को किसी भी जगह कर सकते हैं। इस आसन को करने से आप खुद को तनाव रहित पाते हैं।
मेरूदंडासन को करने की विधि
इस आसन को आप किसी भी शांत जगह कर सकते हैं। इसके बाद आप अपनी आंखों को बंद कर लें और अपने दोनों हाथों को जाघां पर रख लें। अब अपनी पीठ को सीधा रखें और अपनी मुट्ठी को बांध लें। अब अपने दोनों हाथों के अंगूठों को सामने की तरफ रखें और धीरे धीरे सांस ले और छोड़ते रहें। इसके बाद अपनी हथेलियों की दिशा को बदल लें। अब मुट्टी को ऊपर की तरफ घुमा लें। इस क्रिया में आपके अंगूठे की दिशा आसमान की तरफ हो जाएगी। इस दौरान आप अपने सांस की प्रक्रिया को धीमी रखें। अब अपनी मुट्ठी को उलटा करके आप गहरी सांस लेना शुरू कर दें। इस क्रिया को 10 से 12 बार करें।
मेरूदंडासन के फायदे
- इस आसन को करने से हमारा दिमाग शांत होता है और काम में आपका मन भी लगा रहता है।
- इसके साथ ही आपको इस आसन को करके मानसिक लाभ भी मिलता है और इससे तनाव भी दूर हो जाता है।
- इस आसन से फेफडे़ भी स्वस्थ रहते हैं।
- इस योग से थायमस ग्लैंड से सकारात्मक हार्मोंस भी प्रभावित होते हैं।
मेरूदंडासन को करते समय बरते यह सावधानियां
जिस तरह से हर योग का फायदा और नुकसान है, ठीक उसी तरह से मेरूदंडासन का भी फायदा और नुकसान है। इस आसन को गलत तरीके से करने से यह समस्याएं पैदा हो सकती हैं।
- हाई ब्लड प्रेशर के मरीज इस योग को ना करें।
- अगर आपको दिल से जुड़ी कोई बीमारी है तो आप इस योग ाके ना करें।
- खाना खाने के बाद इस योग को कभी ना करें।
- इस योग को करने से अगर आपके शरीर के किसी हिस्से में दर्द होना शुरू हो जाएं तो ऐसे में इस आसन को करना बंद कर दें।