ऐसे तो एक गर्भवति महिला को इस दौरान हमेशा अपना ख्याल रखना चाहिए, लेकिन गर्भवस्था के 20 वें सप्ताह में गर्भवति महिला को अपने स्वास्थ्य का खास ख्याल रखना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि इस समय मिसकैरेज होने के अधिक संभावना होती है। यह स्थिति काफी खतरनाक होती है। इसलिए हर महिला को इसके बारे में जानकारी होनी चाहिए, ताकि समय रहते ही मिसकैरेज से बचा जा सकें। अक्सर ऐसा होता है कि मिसकैरेज के बारे में पूरी जानकारी ना होने के कारण भ्रूण पेट में ही खत्म हो जाता है, जिससे मां के साथ साथ परिवार के सभी सदस्यों को भी बड़ा झटका लगता है। आइए आज हम आपको मिसकैरेज के बारे में कुछ बाते बताते हैं।
मिसकैरेज के कुछ प्रमुख्य कारण
ऐसे तो मिसकैरेज होने के पीछे कई कारण होते हैं, लेकिन गर्भ के पहले तीसरे महीने में क्रोमोजोम असामान्यता के कारण यह स्थिति बन जाती है। आइए आपको गर्भपात के कुछ और कारण बताते हैं।
- मां की सेहत ठीक ना होना।
- चोट लगना या फिर गिर जाना।
- धूम्रपान, ड्रग्स, कैफीन या जहरीली चीजों का सेवन करना।
- शरीर में पोषण की कमी।
- हार्मोन्स की समस्या या फिर किसी तरह का संक्रमण।
- मां बनने के लिए उम्र कम या ज्यादा होना।
- गर्भाशय में अंडे का ठीक से ना जम पाना।
- बेचैनी जैसी कई अन्य परेशानियां।
गर्भपात के लक्षण
अगर आपको मिसकैरेज के कुछ लक्षण अपने अंदर दिखने लगते हैं तो ऐसे में आपको बिना देर किए हुए अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। आइए आपको गर्भपात के कुछ लक्षणों के बारे में बताते हैं।
- पीठ में दर्द होना।
- वजन घटना।
- पेट में 5 से 10 मिनट के अंदर मरोड़े होना।
- गुलाबी या सफेद रंग का म्यूकस।
- गुप्तांग से खून का थक्का निकलना।
- तेज दर्द आदि।
मिसकैरेज से बचाव
मिसकैरेज से बचने के लिए आप गर्भधारण के शुरुआती दिनों से ही अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखें और सकारात्मक सोचें। इसके अलावा डॉक्टर के द्वारा बताएं गए व्यायाम और डाइट का पालन करें।
- तनाव को खुद पर हावी ना होने दें।
- खान पान में किसी तरह की कमी ना करें।
- शराब और धू्रमपान जैसी जहरीली चीजों का सेवन बंद करें।
- वजन को नियंत्रित रखें।
- फोलिक एसिड वाली चीजों का सेवन करना ना भूलें।
- किसी भी तरह की दवा लेने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
- शरीर को ज्यादा ना हिलाएं।
- पेट को सुरक्षित रखें।
मिसकैरेज होने पर मां के शरीर को कई नुकसान होते हैं, इससे अगली बार गर्भधारण करने से कई दिक्कते आती हैं। इसलिए आप समय समय पर डॉक्टर से जांच करवाते रहें।