सेल्फी का सुरूर इन दिनों हर किसी के सर चढ़ कर बोल रहा है। हर कोई बस एक सेल्फी लेने के चक्कर में अपनी जान से खेल रहा है। सेल्फी लेने का चलन इन दिनों इतना आम हो गया है पर अब आपका यह शौक धीरे धीरे बीमारियों में बदल रहा है। इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि सेल्फी के चक्कर में कभी-कभी हमें इसकी बहुत बड़ी कीमत भी चुकानी पड़ती हैं, जिसका हमें अंदाजा भी नहीं होता है।
युवाओं में इसका क्रेज कुछ ज्यादा ही है जो अब जानलेवा साबित हो रहा है। आयें दिन हमें सेल्फी के कारण होने वाली मौतों के खबर सुनने को मिल रही है और सेल्फी अब लोगों के लिए जान की मुसीबत बन गई है। हर वक्त सेल्फी के चक्कर में रहने वाले ऐसे लोग किस तरह खुद को शारीरिक और मानसिक रूप से नुकसान पहुंचाने के साथ ही परिवार के सुख-दुख से भी कट गए हैं। सेल्फी आपके लिए स्लो पॉइजन का काम कर रहा है। तो आइये जानते हैं सेल्फी से होने वाले नुकसान के बारें में-
त्वचा को होने वाला नुकसान
सेल्फी से सबसे ज्यादा नुकसान हमारी त्वचा पर पड़ता है । विशेषज्ञों का मानना है कि चेहरे पर लगातार स्मार्टफोन की लाइट और इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेडिएशन का जोखिम त्वचा को नुकसान पहुंचाता है। इससे उम्र की दर बढ़ने के साथ चेहरे की झुर्रियां भी बढ़ सकती हैं। डॉक्टरों का यहां तक कहना है वे चेहरे के सबसे ज्यादा प्रभावित हिस्से को देखकर ये भी बता सकते हैं कि व्यक्ति ने किस हाथ में फोन पकड़ा था।
मानसिक नुकसान
आजकल सेल्फी लेने का शौक इस कदर बढ़ चुका है कि आज के युवा सेल्फी स्ट्रीम नामक बीमारी से ग्रस्त हैं। आजकल युवाओं में जल्द से जल्द सेल्फी लेकर सोशल मीडिया में पोस्ट शेयर करने की होड़ मची रहती है। हर युवा औसतन छह से सात तस्वीरें लेने के बाद एक सबसे अच्छी सेल्फी कम से कम दो सोशल मीडिया साइटों पर अपलोड करता जरूर है।
शारीरिक नुकसान
अगर आप उन लोगों में से हैं जिन्हें सेल्फी का शौक नहीं तो आप भी आप ये जान लें कि स्मार्टफोन रखना ही आपकी रंगत पर बुरा असर डाल रहा है। आपके स्मार्टफोन का लगातार आपके गालों को दबाने से आपकी त्वचा पर बैक्टेरिया आ जाते हैं तो टॉयलेट सीट से भी अधिक नुकसानदायक हो सकते हैं।
बचाव के उपाय-
आम मॉस्चेराइजर्स और तेल इन पर काम नहीं कर पाते और इससे त्वचा को ज्यादा नुकसान होता है। हालांकि एक अच्छा स्क्रब त्वचा के सेहत काफी अच्छी रख पाता है। नेचुरल स्क्रब का ज्यादा इस्तेमाल करें।