ज्यादातर मांए अपने छोटे बच्चों में तोतलेपन और शैयामूत्र की शिकायत होती है। आपके बच्चे के साथ तोतलेपन और शैयामूत्र की समस्या होती है तो ऐसे में आप इसे नजरअंदाज ना करें। छोटे बच्चों में तो यह समस्या आम है, लेकिन 5 साल या उससे अधिक उम्र होने पर भी आपके बच्चे को यह समस्या हो रही है तो ऐेसे में आपको इसका इलाज करवाना चाहिए क्योंकि यह समस्या आगे चलकर आपके बच्चे के लिए समस्याएं पैदा कर सकता है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि आप आखिर किस तरह से अपने बच्चे को तोतलेपन और शैयामूत्र से बचा सकती हैं।
तोतलेपन की समस्या को दूर करने के लिए उपचार
- आप अपने बच्चे को दालचीनी चूसने या चबाने के लिए दें।
- अपने बच्चे के जीभ के नीचे तेजपत्ता रखें, इससे आसानी से यह समस्या दूर हो जाएगी।
- रोजाना रात को 4 बादाम भिगो लें और फिर सुबह उन्हें छिलकर पीस लें और इसमें 10 ग्राम मक्खन मिलाकर इसका सेवन रोजाना करें।
- पूजा के शंख में पानी भरकर उसे शाम को अपने बच्चे को पीने के लिए कहें।
शैयामूत्र का इलाज करने के लिए अपनाएं यह उपचार
- बच्चे को रात को सोते समय छुहारा खाने को दें। इससे बिसतर में पेशाब करने की आदत दूर हो जाती है।
- जामुन की गुठलीयों का चूर्ण बनाकर इसे पानी के साथ मिलाकर बच्चे को सेवन करने के लिए कहें।
- रोजाना बच्चे को 4 से 5 मुनक्के खाने के लिए कहें। बेहतर यही होगा कि आपका बच्चा इन्हें रात को सोते समय खाएं।
- रात को सोते समय अपने बच्चे को दो अखरोट गिरी और 10 किसमिस खाने के लिए कहें।
- सोने से पहले उन्हें आधे कप पानी में दो चम्मच शहद मिलाकर उन्हें सेवन करने को दें।
- काले तिलों को पीसकर चूर्ण बना लें। इस चूर्ण का सेवन करने के लिए अपने बच्चे को दें। उन्हें इस चूर्ण का सेवन दूध के साथ करने को दें।