जिस तरह आयुर्वेद हमारे सेहत को स्वस्थ बनाता है, ठीक उसी तरह से योग भी हमारे शरीर को अंदर और बाहर दोनों तरफ से स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है। इस आसन को बैठकर किया जाता है। वक्रासन का अर्थ है वक्र यानी टेढ़ा होता है। इस आसन में आपकी गर्दन तो सीधी रहती है, लेकिन आपका शरीर टेढ़ा रहता है। आइए आपको बताते हैं कि इस आसन को किस तरह से किया जाता है।
वक्रासन करने की विधि
वक्रासन करने के लिए सबसे पहले आप एक दरी बिछा लें और फिर अपने पैरों को सामने की तरफ फैलाकर बैठ जाएं। अब अपनी कमर को सीधा रखें और अपनी आंखों को सामने की तरफ रख दें। इस दौरान आपके दोनों हाथ बगल में होने चाहिए। अब आप अपने दाहिने पैर को घुटने से मोड़कर बाएं पैर को सीधा कर लें। अब अपने दाएं हाथ को पीठ के पीछे लेकर जाएं। कुछ देर इस स्थिति में बने रहे और फिर अपने बाएं पैर के घुटने को मोड़कर इस आसन को करें। इस आसन को करते समय आप अपनी गर्दन को पीछे की तरफ लेकर जाने की कोशिश करें।
वक्रासन के फायदे
- इस आसन को करने से किडनी, पेट का कैंसर और लीवर से जुड़ी सभी समस्याएं दूर करता है।
- इस आसन को करने से शरीर की अकड़न और गर्दन की समस्या भी ठीक हो जाता है।
इस आसन को करने समय इन बातों का रखें ख्याल
वक्रासन करते समय आपको सावधानी बरतनी चाहिए। इससे अलावा किसी गर्भवती महिला या छोटे बच्चों को यह आसन नहीं करना चाहिए।