सिंघाड़ा को वाटर चेस्टनट, वाटर कालट्रॉप के नाम से भी जाना जाता है। यह एक ऐसा फल है, जो कि हमारे देश में सब्जी और फल दोनों की तरह इस्तेमाल किया जाता है। बाहर से काला और हरा दिखने वाला यह सिंघारा अंदर से सफेद रंग का होता है। सिंघारा तालाबों के दलदल में पैदा होता है और यह ठंड के मौसम में ही आता है। इस फल में कई पौष्टिकता होती है, जो कि हमारे स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद होता है। आइए आपको हम आज सिंघाडे के कुछ फायदे और कुछ नुकसान के बारे में विस्तार से बताते हैं।
सिंघाड़े के लाभ
1- डायबटीज से बचाव
सिंघाड़ा में कार्बोहाइड्रेट, मिनरल्स और प्रोटीन होता है। हम आपको बता दें कि सिंघाड़े में भैंस के दूध से 22 प्रतिशत ज्यादा मिनरल्स होते हैं। इससे कई बीमारियों से छुटकारा मिल जाता है। इतना ही नहीं, इसका सेवन करने से डायबटीज, हार्ट की परेशानी या अल्सर की समस्या भी दूर हो जाती है।
2- थायराइड में मददगार
सिंघाड़े में आयोडीन, मिनरल्स और मैगनीज होते हैं, जो कि हमारे शरीर में थायराइड को कम करने में मदद करता हैं।
3- गर्भवती महिलाओं के लिए
प्रेगनेंसी के दौरान सिंघाड़े का सेवन करना महिला के स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद होता है। इतना ही नहीं, इससे गर्भ का भी सही पोषण होता है। इतना ही नहीं इससे गर्भपात का खतरा भी कम होता है।
4- यूरिन इंफेक्शन
अगर आपको यूरिन इंफेक्शन जैसी समस्या हो जाए तो इसे दूर करने में भी सिंघाड़े का सेवन करना चाहिए।
5- खून बढ़ाना
सिंघाड़े का सेवन करने से हमारे शरीर में खून बनता है, ऐसा इसलिए क्योंकि सिंघाड़े में आयरन की भरपूर मात्रा होती है।
6- बालों के लिए
सिंघाड़े में कई तरह के पोषक तत्व होते हैं जो कि हमारे शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है। इससे हमारे बालों को खतरा नहीं होता है और इससे हमारे बाल भी अच्छे हो जाते हैं।
सिंघाड़े का सेवन करने से होने वाले नुकसान
- अगर आप जरूरत से ज्यादा सिंघाड़े का सेवन करते हैं तो इससे पाचनतंत्र खराब हो सकता है।
- इतना ही नहीं सिंघाड़ा ज्यादा खाने से आंतों की सुजन और पेट दर्द सही हो जाता है।
- सिंघाड़ा खाने के बाद कभी भी पानी का सेवन नहीं करना चाहिए, इससे सर्दी और खांसी भी दूर होती है।
- अगर आपको कब्ज है तो ऐसे में आप सिंघाड़े का सेवन करना बंद कर दें, क्योंकि इसका सेवन करने से यह समस्या और भी अधिक बढ़ सकती है।