योग एक प्रकार से विभिन्न आसन, मुद्रायों, श्वास के व्यायाम और मैडिटेशन की एक श्रृंखला है। इसके फायदों की वजह से दुनिया भर के तनाव ग्रसित और अस्वस्थ लोगो में इसकी लोकप्रियता बढ़ती जा रही है। यह न केवल लोगो को स्वस्थ रखता है बल्कि उनके शरीर के आकार को भी बनाए रखता है। आज योग शरीर और मन को आराम देने वाला सर्वोत्तम तरीका बन चुका है।
योग को महत्व को जानते हुए पहली बार 21 जून 2015 को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया था। इस वर्ष भी लोगों में अंतर्राष्ट्रीय योग-2016 को लेकर बहुत उत्सुकता है और ऐसा हो भी क्यों ना आज की तारीख में योग व्यक्ति के जीवन मे शरीर, मन और आत्मा के तालमेल का एक माध्यम बन गया है। तो आईये जानते है योग के अनेकों फायदें-
अंतर्मन की शांति के लिए
नियमित रूप से योग और ध्यान करने से व्यक्ति के अंतर्मन को शांति मिलती है, क्योंकि योग करने के दौरान हम अपनी श्वास के साथ वायु को अंदर लेते है, जो की फेफड़ों तक जाती है। धीरे धीरे श्वाश लेने से हमारी चेतना और तनाव शांति में बदल जाते है।
सम्पूर्ण स्वास्थ्य में सुधार
योग आसन विभिन्न प्रकार के होते है और हर आसन के कई फायदे होते हैं। यह हमे पूरी तरह से फिट रखते हैं, साथ ही साथ सर दर्द और अनिंद्रा की समस्या को भी कम कर देते हैं।
वजन घटाने के लिए
योग में कई महत्वपूर्ण आसन होते हैं, जैसे कि सूर्या नमस्कार, वीरभद्रासन, कुम्भकासन, हलासन, बलासन, कपाल भाती आदि जो वासा को जलाने में मदद करते हैं, साथ ही शरीर को आकार देने और खाने की शक्ति को बूस्ट करने में भी उपयोगी होते है।
ह्रदय की समस्याओं से छुटकारा
योग दिल की विभिन्न प्रकार की बीमारियों से रक्षा करने में प्रमुख भूमिका निभाता है और ह्रदय को स्वस्थ रखता है। ह्रदय रोग की स्थिति मे रक्त वाहिकाएं ब्लॉक हो जाती है, जिससे दिल का दौरा, सीने में दर्द और स्ट्रोक की समस्या हो सकती है। योग आसन रक्तचाप और ह्रदय की विफलता को कम करता है, साथ ही साथ कोलेस्ट्रॉल, रक्त शर्करा और स्ट्रेस हॉर्मोन्स को कम करता है।
डिप्रेशन में राहत
डिप्रेशन एक ऐसी मानसिक बीमारी होती है, जो कि निरन्तर उदासी का कारण होती है। डिप्रेशन और तनाव को दूर करने के लिए बलासन, भुजंगासन, अनुलोम-विलोम, शवासन आदि योग के आसन प्रभावी होते हैं। डिप्रेशन को दूर करने के लिए योग एक अच्छा तरीका होता है, क्योकि यह हमारे शरीर और मन को नियंत्रित करता है।
मधुमेह को नियंत्रित करें
मधुमेह एक ऐसी बीमारी होती है, जिसमें रक्त में ग्लूकोस की मात्रा बढ़ जाती है और यह किडनी, नसों, दांत, आँख, पैर और रक्त वाहिकाओं को ख़राब कर देती है, जिससे दिल के दौरे और स्ट्रोक होने के हालात और भी बढ़ जाते हैं।जब आप एक नियमित रूप से योग करते हैं, तब आपके शरीर से ब्लड-ग्लूकोस कम होने में मदद मिलती है और तनाव से लड़ने का भी यह एक अच्छा तरीका है।
अस्थमा से राहत
एक शोध से पता चलता है कि जो लोग नियमित रूप से योग करते हैं उनमें फेफड़ों में सुधार होता है और अस्थमा के लक्षण भी कम नजर आते हैं, बजाय उनके जो योग नहीं करते हैं।
योग करते समय ली गयी गहरी श्वास हमारे शरीर और विभिन्न अंगो को अच्छी मात्रा में ऑक्सीजन प्रदान करती है। गहरी श्वास अस्थमा को कम करने या उसे पूरी तरह से छुटकारा पाने में उपयोगी है।