अक्सर हम काम में इतने व्यस्त हो जाते है कि पूरा दिन एक ही जगह बैठकर सिर्फ और सिर्फ काम करते रह जाते है। ब्रिटेन के वैज्ञानिकों ने हाल ही उन लोगों के लिए चेतावनी जारी की है जो लंबे समय तक लगातार बैठकर काम करते हैं। जो लोग लंबे समय तक एक ही मुद्रा में बैठे रहते हैं उससे उनके शरीर के हर एक अंग को नुकसान पहुंचता है। आइए जानते हैं इसके बारे में
सिर- लंबे समय तक बैठने से रक्त के थक्के जम जाते हैं जो मस्तिष्क में पहुंचकर स्ट्रोक का कारण बन सकते हैं।
फेफड़े- दिनभर बैठे रहने से फेफड़ों में भी काफी नुकसान पहुंचाता रहता है। इससे फेफड़ों में रक्त के थक्के जमने की आशंका बढ़ने लगती है।
हाथ- घंटो बैठे रहने की वजह से अंग के अचानक सुन्न होने या हाई ब्लडप्रेशर का खतरा बढ़ जाता है।
पेट- बैठे रहने से मोटापा, कोलोन कैंसर आदि बीमारियों का खतरा रहता है। इससे वेन्स में वसा के जमाव को घटाने वाले एंजाइम ठप हो जाते हैं और शरीर की गतिविधि कमजोर पड़ने लगती है।
गर्दन- बैठे रहने से गर्दन की मांसपेशियों में तेज दर्द होने लगता है। यह सबसे ज्यादा पायी जाने वाली बीमारी है।
पांव- हमारे इस अंग में ब्लड का सर्कुलेशन सही न होने से अंग के सुन्न होने और नसों के खीचने आदि के खतरे की आशंका बढ़ जाती है।
दिल- ऐसी जीवनशैली का सबसे बड़ा नुकसान इंसान को हार्ट अटैक या डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारियों के रूप में भोगना पड़ सकता है।
पीठ- लगातार बैठे रहने से रीढ़ की हड्डी पर जोर पड़ता है। इस वजह से रीढ़ की हड्डी में दर्द या इंजरी आ सकती है।
पैर- बैठे रहने से पैरों में लिक्विड इकठ्ठा हो जाता है। रात को जब हम सोते हैं तो यह गर्दन तक आ जाता है जिससे स्लीप एप्नीया यानी सोते समय सांस में रूकावट की समस्या होने लगती है।
सावधानी बरतें और समस्या को दूर भगायें
अगर आप डेस्क जॉब पर हैं या बैठे-बैठे लंबे समय तक काम करते हैं तो दिनभर में तीन से चार घंटे खड़े रहने या टहलने का बहाना खोजें। ऑफिस में लगातार दो-तीन घंटे तक बैठकर काम करने के बाद पांच से दस मिनट के लिए टहल लें। ऑफिस में लिफ्ट के बजाय सीढियों का प्रयोग करें। कुर्सी पर बैठे- बैठे ही हाथों और पैरों को हिलाएं-डुलाएं ताकि ब्लड का सर्कुलेशन सुचारू रूप से बना रहे।